Breathless song lyrics (1998) by Shankar Mahadevan
Movie/Album: ब्रेथलेस (1998)
Lyrics By: जावेद अख्तरPerformed By: शंकर महादेवन
कोई जो मिला तो मुझे ऐसा लगता थाजैसे मेरी सारी दुनिया मैं गीतों की रुतऔर रंगों की बरखा हैखुशबू की आँधी हैमहकी हुई सी अब सारी फिज़ायें हैंबहकी हुई सी अब सारी हवाएँ हैंखोयी हुई सी अब सारी दिशाएँ हैंबदली हुई सी अब सारी अदाएँ हैंजागी उमंगें हैंधड़क रहा है दिलसाँसों में तूफाँ हैं, होठों पे नगमे हैंआँखों में सपने हैं,सपनों में बीते हुए सारे वो सारे लम्हें हैंजब कोई आया था, नज़रों पे छाया थादिल में समाया था, कैसे मैं बताऊँ तुम्हेंकैसा उसे पाया था,प्यारे से चेहरे पे बिखरी जो जुल्फें तो ऐसा लगता थाजैसे कोहरे के पीछे इक ओस मैं धुला हुआ फूल खिला हैजैसे बादल में एक चाँद छुपा है और झाँक रहा हैजैसे रात के परदे में एक सवेरा है रोशन-रोशनआँखों में सपनों का सागरजिसमें प्रेम सितारों की चादर जैसे झलक रही हैलहरों-लहरों बात करे तो जैसे मोती बरसेजैसे कहीं चांदी की पायल गूंजेजैसे कहीं शीशे के जाम गिरे और छन से टूटेजैसे कोई छिप के सितार बजायेजैसे कोई चांदनी रात में गाएजैसे कोई हौले से पास बुलायेकैसी मीठी बातें थी वोकैसी मुलाकातें थी वोजब मैंने जाना थानज़रों से कैसे पिघलते हैं दिलऔरआरज़ू पाती है कैसे मंज़िलऔरकैसे उतरता है चाँद जमीन परकैसे कभी लगता है स्वर्ग अगर हैतो बस है यहीं परउसने बताया मुझे, और समझाया मुझेहम जो मिले हैं, हमें ऐसे ही मिलना थागुल जो खिले हैं, उन्हें ऐसे ही खिलना थाजन्मों के बंधन, जन्मों के रिश्ते हैंजब भी हम जन्मे तो हम यूँ ही मिलते हैंकानों में मेरे जैसे, शहद से घुलने लगेख़्वाबों के दर जैसे आँखों में खुलने लगेख़्वाबों की दुनिया भी कितनी हसींऔरकैसी रंगीन थी ख़्वाबों की दुनियाजो कहने को थी पर कहीं भी नहीं थीख्वाब जो टूटे मेरे, आँख जो खुली मेरीहोश जो आया मुझेमैंने देखा मैंने जानावो जो कभी आया था, नज़रों पे छाया थादिल में समाया था, जा भी चुका हैऔर दिल मेरा अब तन्हाँ-तन्हाँन तो कोई अरमां है, न कोई तमन्ना हैऔर न कोई सपना हैअब जो मेरे दिन और अब जो मेरी राते हैंउनमें सिर्फ आँसू हैंउनमें सिफ दर्द की रंज की बातें हैंऔर फरियादें हैंमेरा अब कोई नहींमैं हूँ और खोये हुए प्यार की यादें हैंमैं हूँ और खोये हुए प्यार की यादें हैंमैं हूँ और खोये हुए प्यार की यादें हैंडूब गया है दिल ग़म के अँधेरे मेंमेरी सारी दुनिया है दर्द के घेरे मेंमेरे सारे गीत ढले आहों मेंबन के दीवाना अब यहाँ-वहाँ फिरता हूँठोकर खाता हूँ उन राहों मेंजहाँ उसे देखा था, जहाँ उसे चाहा थाजहाँ मैं हँसा था और बाद में रोया थाजहाँ उसे पाया था, पा के खोया थाजहाँ कभी फूलों के, कलियों के साए थेरंगीं-रंगीं महकी रुत नेहर इक कदम पर रास रचाए थेगुलशन-गुलशन दिन में उजाले थेजगमग-जगमग नूर था रातों में, झिलमिल-झिलमिलजब मैंने ख़्वाबों की देखी थी मंज़िलजहाँ मेरी कश्ती ने पाया था साहिलजहाँ मैंने पाई थी पलकों की छाँवजहाँ मेरी बाहों में कल थी किसी की, मरमरी बाहेंजहाँ एक चेहरे से हटती नहीं थी, मेरी निगाहेंजहाँ कल नरमी ही नरमी थीप्यार ही प्यार था बातों में, हाथ थे हाथों मेंजहाँ कल गाये थे प्रेम तरानेजहाँ कल देखे थे सपने सुहानेकिसी को सुनाए थे दिल के फ़सानेजहाँ कल खाई थी जीने की मरने की कसमेंतोड़ी थी दुनिया की सारी रस्मेंजहाँ कल बरसा था प्रीत का बादलजहाँ मैंने थामा था कोई आँचलजहाँ पहली बार हुआ था मैं पागलअब उन राहों में कोई नहीं हैअब हैं वो राहें वीराँ-वीराँदिल भी है जैसे हैराँ-हैराँजाने कहाँ गया मेरे सपनों का मेलाऐसे ही ख्यालों में खोया-खोयाघूम रहा था मैं कबसे अकेलाचंदा-सितारे जैसा कोई गगन मेंगूंजी सदा कोई मन आँगन मेंकिसी ने पुकारा मुझे, मुड़ के जो देखा मैंनेमिल गया खोया हुआ दिल का सहारा मुझेजिसे मैंने चाहा था, जिसे मैंने पूजा थालौट के आया हैथोड़ा शर्मिंदा है, थोड़ा घबराया हैज़ुल्फें परेशाँ हैं, काँपते होठ और भीगी हुई आँखें हैंदेख रहा है मुझे गुमसुम-गुमसुमउसकी नज़र जैसे पूछ रही होइतना बता दो कहीं खफ़ा तो नहीं तुमप्यार जो देखा फिर मेरी निगाहों मेंआया नहीं कल था वो मेरी इन बाहों मेंभूल गया मेरा दिल जैसे हर ग़मबदल गया जैसे दुनिया का मौसमझूमे नज़ारे और झूमी फ़िज़ाएँऔर झूमे चमन और झूमी हवाएँजैसे फिर कहने लगी सारी दिशाएँकितनी हसीं है, कितनी सुहानीहम दोनों की प्रेम कहानी...
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